परमात्मा शरण, सरला देवी ट्रस्ट के तत्वाधान में एक दिवसीय गायत्री यज्ञ का आयोजन किया गया।
मसूरी। बाल शिक्षा सदन स्कूल प्रांगण में परमात्मा शरण, सरला देवी ट्रस्ट के तत्वाधन में एक दिवसीय गायत्री यज्ञ का आयोजन किया गया। जिसमें ब्रहमा द्रोण स्थली आर्ष कन्या गुरूकुल देहरादून की आचार्या डा. अन्नपूर्णा एवं ब्रहमचारिणियों ने यज्ञ व गायत्री मंत्रों से पूरे प्रांगण को भक्ति एवं धर्ममय बना दिया।
इस मौके पर आर्ष कन्या गुरूकुल की छात्राओं ने जहां वेद मंत्रों व पतित पावनी वेद माता गायत्री के मंत्रों से मंत्रमुग्ध किया वहीं गायत्री यज्ञ किया गया। इस मौके पर आर्ष कन्या गुरूकुल की प्राचार्या डा. अन्न पूर्णा ने गायत्री मंत्र के अर्थ पर प्रकाश डाला व कहा कि गायत्री मंत्र ऐसा मंत्र है जिसमें सब कुछ समाहित है। उन्होंने कहा कि संसार में बार बार आने जाने का कष्ट देता है, बंधन है उससे जो मुक्त करता है, जो मोक्ष का आनंद देता है उसका नाम सविता है। जब खरबूजा पकने के बाद अपने आप टूट जाता है, उसके पकने के बाद जो मिठास होती है वहीं मुक्ति होती है। परम परमेश्वर सर्वश्रेष्ठ है जो पापियों को रूला देता है दुष्टो को सजा देता है। हर व्यक्ति को कर्मो का फल जरूर मिलता है। बुद्धि तो सभी के पास होती है चोर, आतंकवादी के पास भी होती है लेकिन उन्होंने कभी ईश्वर के बताये मार्ग पर नहीं चलने के कारण उनकी बुद्धि गलत कार्य करवाती है, दूसरों को दुख देने का कारण बनते हैं जो अच्छी बातों को सुनता है सत्संग में जाता है, संस्कार ग्रहण करता है उसका जीवन बदल जाता है। उन्होंने कहा कि संसार में जो भी आया है वह खाली हाथ आया है और खाली हाथ जाता है इसलिए संसार में जो कुछ है वह क्षणिक है, लोभ लालच नहीं करना चाहिए, अच्छे कर्म करना चाहिए, धन संपदा सब यहीं छूट जाता है अच्छे कर्म साथ जाते हैं। मनुष्य को परोपकार करने के लिए संसार में भेजा है अगर वह ऐसा नहीं करता वह पशु समान है उसके हाथ नहीं होते। सत्संग मानव का जीवन बदल देता है। अगर जीवन में मन प्रसंन्न रखना है तो अच्छे कार्य करने चाहिए। ईश्वर से जुडना होगा, गायत्री मंत्र से जुडना होगा, लगन से जुडना होगा। इस मौके पर ट्रस्ट के अध्यक्ष भारत भूषण रस्तोगी ने सभी का आभार व्यक्त किया जिन्होंने समय निकाल कर इस ईश्वरीय कार्य व गायत्री यज्ञ में प्रतिभाग किया। इस मोके पर आनंद रस्तोगी, नरेंद्र साहनी, पूर्व पालिकाघ्यक्ष मनमोहन सिंह मल्ल, अनुज गुप्ता, अनुराग रस्तोगी, रवीद्र गोयल, अनुज तायल, जीके गुप्ता, सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे। अंत में भडारे का आयोजन किया गया।
संपादक: देव उनियाल