हेरीटेज सेंटर एवं इंटेक मसूरी के तत्वाधान में लंडोर छावनी क्षेत्र में म्यूजिकल स्टोरी फॉर्म गढ़वाल पर लेक्चर सीरीज के तहत कार्यक्रम आयोजित किया
मसूरी हेरिटेज सेंटर एवं इनटेक मसूरी के तत्वाधान में लंढौर छावनी क्षेत्र में म्यूजिकल स्टोरीज फॉर्म गढ़वाल पर लेक्चर सिरीज के तहत कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें लेखक व आस्टेलिया विश्व विद्यालय के प्रोफेसर एंड्रयू आल्टर ने अपना संबोधन दिया व कहा कि गढवाल में ढोल का बड़ा महत्व है और यह शिव का माना जाता है। उन्होंने इस मौके पर गढवाल के वाद्ययंत्रों ढोल दमाउ, हुड़का, हुडकी, बांसुरी, डौर थाली, मसकबीन, रणसिंघ आदि वाद्ययंत्रों की खासियत बताई व उनके उपयोग के बारे में विस्तार से बताया।
प्रोफेसर एंड्रयू आल्टर ने बताया कि गढवाल में ढोल दमाउ सबसे प्रमुख वाद्ययंत्र है, जिसका उपयोग, देवी देवताओं को अवतरित करने, शादी, सांस्कृतिक उत्सवों, त्योहारों, आदि में किया जाता है। उन्होंनेे बताया कि उन्होने गढवाल के वाद्ययंत्रों व उनकी धुनों पर दो पुस्तकें लिखी हैं। उन्होंने कहा कि गढवाली बाजा में कई यंत्र प्रयोग किए जाते है, जिनका स्वयं अध्ययन किया है, जिसमें देखा गया कि जो गा रहे है, या बजा रहे है, उसमें कौन से राग बजा रहे है, उसकी धुन कैसी है। उन्होने बताया कि उत्तराखंड में बरात निकलने, बारात पहुंचने से पहले सूचना देने, नृत्य करने, चढाई पर जाते समय, बाजा बजाने सहित अनेक तालों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि ढोल शिव का बाजा है, उसे बजाने से जो वाइबरेशन पैदा होता है वह अनोखा है, उन्होंने कहा कि गढवाल में कई वाद्ययंत्र समाप्त हो रहे है, वहीं बजाने वालों की संख्या भी घट रही है, लेकिन विगत वर्षो से देखा गया है कि अब ढोल बजाने वालों ने बैंड बना लिए है, जिससे इन्हें बचाया जा सकता है। लेकिन उसके अलावा गढवाली वाद्ययंत्रों को बचाना जरूरी है उसके लिए सभी को प्रयास करने होगे। इस मौके पर मसूरी हेरिटेज सेंटर व इनटेक की अध्यक्ष सुरभि अग्रवाल ने कहा कि उन्होंने कहाकि वह गढवाल के वाद्ययंत्रों व तालों के बारे में सुनकर हथप्रभ है, इस सेशन में इतनी जानकारी मिली जिसका पता नहीं था, और ऐसा लगता है कि अभी इस क्षेत्र में और जानकारी ली जा सकती है उसके लिए रिसर्च किये जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जो साउंड ढोल से निकलता है उसके कितने प्रकार व मायने है आज एड्रयू आल्टर के संबोधन से पता चला। इस मौके पर दाराब नागरवाला, सुचि शर्मा, कार्तिक अग्रवाल, एफ कपाडिया, श्रीमति आल्टर, राहुल कोहली, सुरभि अग्रवाल व बिजेंद्र पुंडीर आदि मौजूद रहे।
संपादक: देव उनियाल