बारिश के कारण पर्यटन नगरी मसूरी में विभिन्न क्षेत्रों में हुआ भारी नुकसान
मसूरी/ गत रात्रि से प्रातः तक हुई भारी बारिश के कारण पर्यटन नगरी के कई क्षेत्रों में नुकसान हुआ है। नगर पालिका की सराय कालोनी में एक मकान के नीचे से पहाड़ी खिसक गयी जो उसके नीचे के मकान में जा गिरी जिसके कारण मकान क्षतिग्रस्त हो गया व उपर वाले मकान को भी खतरा बना हुआ है।
लगातार हो रही बारिश के कारण कुलड़ी क्षेत्र के सराय में नगर पालिका कर्मचारियों के दो मकान क्षतिग्रस्त हो गये। जिसमें एक मकान के नीचे से पहाड़ी खिसक गयी व नीचे के मकान को क्षतिग्रस्त कर दिया वहीं उपर वाला मकान भी खतरे की जद में आ गया।
इस दौरान नगर पालिकाध्यक्ष मीरा सकलानी ने मौके पर जाकर निरीक्षण किया। पालिकाध्यक्ष मीरा सकलानी ने दोनो कर्मचारियों सागर व कन्हैया के परिवारो को अन्य स्थान पर शिफ्ट कर दिय है, वहीं दूसरी ओर मखडेती वार्ड नंबर एक में भी मलवा आने से रोड बंद हो गया जहां नगर पालिका ने रोड खोलने के लिए मजदूरों को लगा दिया है ताकि शीघ्र रोड़ खुल सके। उन्होंने यह भी कहा कि गनीमत यह रही कि कोई धनजन की हानि नहीं हुई। प्रयास रहेगा कि उनके आवास की मरम्मत की जायेगी व दीवार जो गिर रही है उसे पुनः बनाया जायेगा। वहीं कहा कि सराय में पालिका के जो कर्मचारी रह रहे है उनके आवास जो जर्जर हो रहे है उनकी मरम्मत भी की जायेगी। उन्होंने कहा कि जो पहले पुश्ते लगे है वह ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने के लिए गुणवत्ता विहीन किए गये, लेकिन उन पुश्तों को तकनीकि ढंग से ठीक करने का प्रयास किया जायेगा। कहा कि पालिका की ओर से एक टीम बनायी जायेगी जो पालिका कर्मचारियों के आवासों की स्थित का आंकलन करेगी व जहां जरूरत होगी उनमें कार्य किया जायेगा। वहीं लाइब्रेरी क्षेत्र में स्प्रिंग रोड के नीचे मेकनन पंप के समीप भी भूस्खलन होने से रोड बंद हो गया व उसके आस पास के मकानों को भी खतरा पैदा हो गया वहां पर रोड खोलने के लिए जेसीबी लगा दी गई है। लगातार हो रही बारिश के कारण कई मार्गों पर मलवा आ गया है जिसे साफ कराया जा रहा है। वहीं बारिश से मालरोड, कैमल बैक रोड पर पानी का भराव हो गया था जो बारिश बंद होने पर धीरे धीरे कम हो गया वहीं मैसानिक लाज, किंक्रेग रोड, कैपटी रोड, मसूरी देहरादन मार्ग पर भी कई स्थानों पर मलवा आ गया था जिसे तत्काल साफ करवाया गया। इस मौके पर पालिका के अधिशासी अधिकारी तनमीत सिंह मारवाह, वरिष्ठ लिपिक विनोद थपलियाल
मौजूद रहे।
संपादक: देव उनियाल